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ये कैसी संतई?

By Shakti Prakash Shrivastva on August 24, 2023
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शक्ति प्रकाश श्रीवास्तव

                     रामनगरी अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास द्वारा सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर की गई अमर्यादित टिप्पणी से उपजा बवंडर थमने का नाम नहीं ले रहा है। समाजवादी पार्टी से मिली जानकारी की मुताबिक बीते सोमवार को सोशल मीडिया के पेज पर महंत राजूदास द्वारा स्वयं की एक वीडियो अपलोड की गई। जिसमें उन्होंने सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को जूता मारने वाले को साधुवाद देते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विषय में अमर्यादित टिप्पणी करते हुए कहा है कि आने वाले समय में अखिलेश यादव भी जूते से पीटे जाएंगे। उनके इस अमर्यादित टिप्पणी से सिर्फ सपा ही नहीं सर्व समाज भी हतप्रभ है कि आखिर ये कैसी संतई है? संत जिसे शालीनता, धैर्य और संस्कार की प्रतिमूर्ति माना जाता है उसके मुंह से ऐसी टिप्पणी पर वैसे सपा की अयोध्या इकाई सहित पूरे प्रदेश-देश के कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई हैं। इस बाबत सपा की अयोध्या इकाई में महानगर अध्यक्ष श्यामकृष्ण श्रीवास्तव की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर संत पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। सपा नेताओं में महंत के इस बयान पर खासा आक्रोश है। सपाई महंत राजूदास की टिप्पणी पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहे है। अयोध्या में सपा समर्थित संतों-महंतों ने भी इसकी भर्त्सना की है। सपा के प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व मिल्कीपुर विधायक अवधेश प्रसाद, विधायक अभय सिंह, पूर्व मंत्रीगण तेज नारायन पांडेय पवन, आनंदसेन यादव, जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव सहित कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

सपा जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव ने भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को जो तहरीर दी है उसमें भी उन्होंने संत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उक्त बयान सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने और जातीय भेदभाव को बढ़ाने वाला है। उक्त वीडियो अनेकों यू-ट्यूब चैनल और अन्य चैनल्स पर प्रकाशित हुआ है। उक्त वीडियो को प्रार्थी के अलावा सैकड़ों लोगों द्वारा देखा गया है। आरोप में यह भी कहा गया है कि उक्त संत द्वारा पांच अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के विरुद्ध भी आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। उन्होंने राजू दास के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की। सपा के राष्ट्रीय महासचिव अवधेश प्रसाद ने सपा अध्यक्ष के खिलाफ की गई संत की अमर्यादित टिप्पणी को उनकी गंदी व दूषित मानसिकता का प्रतीक बताया है। उन्होंने प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो इसके खिलाफ बड़ा जनांदोलन किया जाएगा। इस संदर्भ में ज्ञापन देने वालों में हाजी फिरोज खां गब्बर, दान बहादुर सिंह, नंद कुमार गुप्ता, हामिद जाफर मीसम, छोटेलाल यादव, अमृत राजपाल, आभाष कृष्ण यादव, बलराम यादव, राजेश पटेल समेत सैकड़ों की संख्या में सपाई मौजूद रहे। अयोध्या के संत समाज खासकर सपा समर्थित संतों में हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास द्वारा सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर की गई अमर्यादित टिप्पणी से रामनगरी के संतों में आक्रोश है। सपा समर्थित संतों ने राजूदास के बयान की निंदा करते हुए कहा कि ये बयान राजूदास के मानसिक दिवालियापन का परिचायक है। करतलिया आश्रम के महंत बाल योगी रामदास ने भी राजूदास के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि राजनीतिक लाभ के लिए व अपने आप को हाईलाइट करने के लिए ऐसी बयान बाजी शोभा नहीं देती है। इस कृत्य के लिए राजूदास को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से माफी माँगनी चाहिए। महंत दिलीप दास ने भी संत राजूदास की इस अभद्रतापूर्ण टिप्पणी को अमर्यादित बताते हुए इसकी निंदा की है। अयोध्या के महंत विनोद दास, आनंद दास जैसे संतों ने भी इस बयान की घोर निंदा की है। सियासत के मौजूदा सियासी संस्कृति में इतना तो ख्याल रखा ही जाना चाहिए कि अखिलेश यादव एक राजनैतिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उनके ऊपर ओछी बयानबाजी करके सस्ती लोकप्रियता अर्जित करने का माध्यम बनाना कहीं से भी सियासत के स्थापित मर्यादा के लिहाज से उचित नहीं है।

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