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April 24, 2025
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पूर्वाञ्चल में आम पर तूफानी असर : आकार हुआ छोटा, मिठास भी कम

By Shakti Prakash Shrivastva on June 2, 2021
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गोरखपुर, (संवाददाता)  उत्तर प्रदेश का पूर्वाञ्चल पिछले दिनों पूरी तरह टाक्टे और यास जैसे चक्रवाती तूफान की गिरिफ़्त में रहा। इस दौरान जहां रिकार्ड बारिश हुई वहीं लोगों को मई की तपिश भी नही झेलनी पड़ी लेकिन इसका आम की फसल पर बुरा असर देखने को मिला। फल के आकार छोटे रह गए वहीं मिठास में भी कमी के कयास लगाए जा रहे है।

गोरखपुर जिले की बात करें तो यहाँ लगभग तीन हजार एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में आम की पैदावार होती है। अमूमन यहाँ बारिश की शुरुआत यानि जून के दूसरे सप्ताह से फल पकना शुरू हो जाते है। जबकि इस बार यास और टाक्टे जैसे तूफान के नाते मई के आखिरी सप्ताह से ही आम पकने लगे है। मई के औसत तापमान में सात डिग्री गिरावट आई वहीं बारिश में सात गुना बढ़ोतरी हो गयी। इसका भी असर रहा।

उद्यान विशेषज्ञों की मुताबिक मई की गर्मी आम के विकास और मिठास में मददगार होती है, लेकिन अपेक्षाकृत ठंड रहने की वजह से इसका भी असर रहा। टाक्टे और यास तूफान के कारण मई का औसत तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से सात डिग्री गिरकर 31 डिग्री पर आ गया, वहीं बारिश 45 मिलीमीटर के औसत से सात गुना अधिक 325 मिमी हुई। दोनों तूफान के कारण बारिश और धूप का सिलसिला चला, जिससे आम पकने लगा। आम के छोटा रहने और जल्दी पकने से बागवान चिंतित भी है। क्यूंकी उनके आम के आकार अपेक्षाकृत छोटे हो गए हैं। उन्हे इस बात की आशंका है कि आम का मीठापन प्रभावित हो सकता है। जहां सामान्य आम की फसल को नुकसान पहुंचा वहीं गौरजीत जैसे आम की प्रजाति को इससे फायदा हुआ है। चूंकि इसकी प्रजाति  अगैती होती है और मई के आखिरी सप्ताह में पकती है। तूफान के कारण उसे पकने के लिए बेहतर परिस्थिति मिली। ऐसे में उसका आकार ठीक और स्वाद बेहतर रहने की उम्मीद है।

 

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