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April 28, 2024
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लगने लगी ‘बुलडोजर’ को नजर…

By Shakti Prakash Shrivastva on April 21, 2022
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शक्ति प्रकाश श्रीवास्तव

           उत्तर प्रदेश में इन दिनों बुलडोजर को सरकार की सख्ती के प्रतीक रूप में पहचाना जा रहा है। प्रदेश में पिछली योगी आदित्यनाथ की सरकार में दंगाइयों-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई में जिस तरह से बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया। उसकी वजह से इसे सरकार खासकर योगी आदित्यनाथ के नाम से जोड़कर योगी का बुलडोजर नाम से जाना-पहचाना जाने लगा। प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में जब राजनीति के  स्थापित मिथक को तोड़ते हुए योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में दुबारा सरकार बनी तो बहुत से स्थानों पर बुलडोजरों का जुलूस तक निकाला गया। इससे यह अर्थ समझना बहुत सहज है कि प्रदेश की जनता जो एक अरसे से गुंडों-मवालियों-अपराधियों-तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों से अकुता गई थी। इसीलिए जनता ने बीजेपी सरकार या योगी सरकार की उस सख्ती को याद कर जिसमें पूरे पाँच साल में किसी तरह का सांप्रदायिक हिंसा नहीं होने दिया, सूबे के नामचीन माफिया या तो अपराध से विरत हो प्रदेश छोड़ दिया या जिन्होंने सरकार की मंशा नहीं समझी उसे सख्ती के साथ दबा दिया गया और क्षेत्र में पूर्ण अमन-चैन का माहौल बना रहा, देखते हुए योगी को दुबारा सत्ता पर काबिज कराया। इस अमन-चैन स्थापना में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर बुलडोजर की भी अहम भूमिका रही। अब बुलडोजर के इस औरा का विस्तार हो रहा है। इस समय देश के अधिकांश बीजेपी शासित राज्यों में इस बुलडोजर की अहमियत बढ़ गई है। बुलडोजर ऐसे राज्यों में अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने का अचूक हथियार बंनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश की सीमा लांघ बुलडोजर अब मध्य प्रदेश की सीमा में दाखिल हो गया है। यहाँ खासा कोहराम बरपा करने के बाद अब यह दिल्ली के दंगा ग्रस्त इलाके जहांगीरपुरी तक भी पहुंच गया है। यहा पर बुलडोजर का इस्तेमाल बीजेपी के कब्जे वाले दिल्ली नगर निगम की सरपरस्ती में की जा रही है। हालांकि दिल्ली में बुलडोजर के प्रयोग को असंवैधानिक करार कराने संबंधी एक याचिका सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंची है। सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर पर फिलहाल बुधवार को ब्रेक लगा दिया है। अगली तारीख पर सुनवाई में इस पर निर्णय होगा कि क्या कानून के लिहाज से बुलडोजर का इस्तेमाल जायज है। क्या बुलडोजर सबके साथ इंसाफ कर रहा है और क्या ये लोगों को इंसाफ दिलाने का आखिरी रास्ता है। क्या कानून के रास्ते इंसाफ के लिए नाकाफी साबित हो रहे है। आदि-आदि। इन सब बिंदुओं पर विचार के बाद माननीय न्यायालय आगे के लिए बुलडोजर पर संभवतः अपनी व्यवस्था देगा। जिस बुलडोजर को उत्तर प्रदेश में जनता ने कही न कहीं सता में बीजेपी के पुनर्वापसी का एक कारक माना उसी बुलडोजर को दिल्ली पहुंचते ही लोगों की नजर लगने लगी।

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