पटना-बिहार विधानसभा में हुए हंगामे के दौरान विधायकों को लात-जूते और थप्पड़ मारने वाले पुलिसवालों पर कार्रवाई होगी। बिहार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद और डीजीपी एसके सिंघल ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेस कर बड़ा बयान दिया है।उन्होंने स्पष्ट किया है कि जिन पुलिसवालों ने विधायकों के खिलाफ आवश्यकता से अधिक बल का प्रयोग किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्पीकर के कहने पर होगी कार्रवाई-चैतन्य प्रसाद
अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि बिहार विधानसभा के परिसर में वहां के अध्यक्ष के आदेश पर बाहर से पुलिसबल को भेजा गया था,ताकि वे सदन में मार्शल को सहयोग कर सकें। लेकिन फिर भी अगर वहां किसी भी पुलिसवाले ने आवश्यकता से अधिक विधायकों के खिलाफ बल का प्रयोग किया तो उनके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इसके लिए खुद विधानसभा के स्पीकर को ही कहना पडेगा क्योंकि ये उनके अधिकार क्षेत्र में आता है।अगर वो जांच की बात कहेंगे तब ही दोषी पुलिसवालों के खिलाफ एक्शन लिया जायेगा।डीजीपी एसके सिंघल ने भी गृह सचिव की बात को दुहराते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर ही इस मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि मीडिया फुटेज या अन्य किसी भी व्यक्ति के आरोपों को लेकर अब तक पुलिस की ओर से कोई भी जांच की पहल नहीं की गई है।आपको बता दें कि मंगलवार को बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा द्वारा बुलाई गई पुलिसबल की एक बड़ी टीम ने विपक्ष के विधायकों को घसीट-घसीट कर लात-जूते और घूंसों से मारा था। इस दौरान महिला विधायकों के साथ भी काफी बर्बरता की गई थी।यहां तक कि उनकी साड़ी तक खुलने की नौबत आ गई लेकिन पुलिसवालों ने महिलाओं को भी नहीं छोड़ा और उन्हें बलपूर्वक घसीटते हुए सदन से बाहर फेंक दिया था।