Responsive Menu
Add more content here...
March 21, 2025
ब्रेकिंग न्यूज

Sign in

Sign up

  • Home
  • बिहार / झारखंड
  • झारखंड में 6 मई तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत बढ़ा अघोषित लॉकडाउन

झारखंड में 6 मई तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत बढ़ा अघोषित लॉकडाउन

By Nikhil Pal on April 28, 2021
0 357 Views

रांची– झारखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्यों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आंशिक लॉकडाउन (स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह) को एक सप्ताह के लिए सख्ती के साथ बढ़ाया जा रहा है। अब जहां रात के आठ बजे तक राज्य में दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई थी। अब दुकानें दोपहर दो बजे तक ही खुलेंगी। दवा दुकानों के लिए समय की कोई बाध्यता नहीं है। आगामी छह मई की सुबह छह बजे तक यह आदेश प्रभावी रहेगा।

दिन के दो बजे तक खुलेंगी दुकानें

पूर्व में राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 22 अप्रैल की सुबह छह बजे से 29 अप्रैल की सुबह छह बजे तक के लिए लागू किया था, लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इसमें और सख्ती बरतने के आदेश के साथ इस स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है। सीएम की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय समिति की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह व नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।वही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के रातू रोड चौराहा स्थित नगर निगम के ऑक्सीजन युक्त 40 बेड अस्पताल का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य की और लोगों की सुरक्षा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस बार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में आवश्यक बदलाव किया गया है। इसके तहत अब दोपहर दो बजे तक ही दुकानें खुलेगी और आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर दोपहर 3 बजे से सड़कों पर मूवमेंट पूरी तरह से बंद हो जाएगा।बुधवार को हुई बैठक में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड को बढ़ाने का भी फैसला लिया गया। जिस तरह से कोरोना का रफ्तार बढ़ रहा है, उसे लेकर हर जिले में कम से कम 50 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा नन ऑक्सीजन बेड की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है, ताकि लोगों की परेशानी दूर हो सके। जिन लोगों का ऑक्सीजन लेबल बेहतर होगा, उनका इलाज नन ऑक्सीजन बेड पर इलाज होगा, वहीं जिन्हें दिक्कत हो रही है, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड उपलब्ध करायी जाएगी।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *