नई दिल्ली(एजेंसी)-केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के नदिया में सीपीआई और टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुए हैं। कुछ जगहों पर हिंसा की घटना सामने आई है लेकिन राज्य में शांतिपूर्ण चुनाव नई शुरुआत है। पहले वामदल और फिर टीएमसी ने बंगाल में राजनीति हिंसा को बढ़ावा दिया है।बंगाल इससे बाहर आ रहा है। बंगाल के लोगों से निवेदन है कि बाकी के चार चरण में भी शांतिपूर्ण तरीके से मतदान करें। अपने पसंदीदा प्रत्याशी को जिताएं। दो मई के बाद जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो बंगाल में चुनावी हिंसा और राजनीतिक हिंसा हमेशा के लिए छोड़कर चली जाएगी। मैं सभी से अपील करता हूं कि चुनाव आयोग के बनाए हुए नियमों का पालन करें।
भाजपा के पक्ष में मांगा वोट
कूचबिहार में हुई हिंसा की घटना को लेकर अमित शाह ने ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया।उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने कुछ दिन पहले भाषण दिया था कि सीएपीएफ के जवानों को घेर लो और उनपर हमला करो।कूचबिहार की घटना उनके भाषण का ही नतीजा है।वह ऐसा भाषण नहीं देती तो यह घटना नहीं होती।अमित शाह ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं क्या आपका भाषण उस घटना के लिए जिम्मेदार नहीं है क्या? आपने उनको उकसाया नहीं होता तो वो क्या ऐसी हिम्मत कर पाते। अपने इस भाषण के ममता बनर्जी को बंगाल के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।बंगाल के नदिया पहुंचे अमित शाह ने कोच बिहार में हुई हिंसा में हुई मौत को लेकर टीएमसी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने सिर्फ चार लोगों को श्रद्धांजलि देती हैं।आनंद बर्मन को ममता बनर्जी ने श्रद्धांजलि नहीं दी।ममता दीदी मौत में भी तुष्टिकरण और वोट की राजनीति कर रही है। ममता बनर्जी ने राजनीति को कितना नीचे गिराया है। यह इसका एक उदाहरण है।आनंद बर्मन के साथ- साथ हमें चार और लोगों की मौत का दुख है। ममता बनर्जी ने आनंद की मौत पर ना एक बयान दिया ना श्रद्धांजलि दी।