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April 24, 2025
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डर गया दूसरों को डराने वाला ‘मुख्तार’!

By Shakti Prakash Shrivastva on March 23, 2024
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शक्ति प्रकाश श्रीवास्तव

              पूर्वी उत्तर प्रदेश का कुख्यात माफिया सरगना मुख्तार अंसारी जिसकी कभी गाजीपुर और उसके आस-पास के जिलों में तूती बोलती थी आज खामोश बांदा जेल में अपने किए की सजा भुगत रहा है। लेकिन जेल में भी माफिया मुख्तार इन दिनों डरा हुआ है। दूसरों को डराने-धमकाने वाला माफिया मुख्तार अंसारी ने जेल के खाने में जहर देने का आरोप लगाया है। अपने वकील के माध्यम से मुख्तार ने कोर्ट से इस बाबत गुहार लगाई है। पत्र में उसने कहा है कि जेल में जहरीला खाना खाने की वजह से ही उसकी तबीयत काफी गंभीर हो गई है और ऐसा लगता है कि कभी भी मृत्यु हो सकती है। गुरुवार को बाराबंकी की एमपी एमएलए कोर्ट में गैंगस्टर मामले की पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी के वकील ने उसका प्रार्थना पत्र कोर्ट को सौंपा।

अपने पत्र में मुख्तार अंसारी ने इसे बड़ा षड्यंत्र बताते हुए कोर्ट  से अविलंब अपने इलाज की व्यवस्था सुनश्चित करवाने की गुहार लगाई है। पंजाब में बंदी के दौरान चर्चा में आए एंबुलेंस प्रकरण के बाद बाराबंकी की शहर कोतवाली में मुख्तार अंसारी समेत 12 के खिलाफ गैंगस्टर का मामला दर्ज हुआ था। इस दर्ज गैंगस्टर के मामले की सुनवाई इन दिनों बाराबंकी के एमपी एमएलए कोर्ट में चल रही है। गुरुवार को एमपीएमएलए कोर्ट के न्यायाधीश कमलकांत श्रीवास्तव के समक्ष सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया गया। जबकि अन्य सह अभियुक्त जफर उर्फ चंदा को संतकबीरनगर नगर और अफरोज उर्फ चुन्नू को गाज़ीपुर जेल से लाकर कोर्ट में हाजिर किया गया। इस दौरान हुई सुनवाई में किसी भी गवाह की मौजूदगी नहीं थी लेकिन मुख्तार अंसारी के वकील ने कोर्ट को मुख्तार अंसारी का प्रार्थना पत्र सौंपा। पत्र में मुख्तार अंसारी ने लिखित उल्लेख किया है कि बीते 19 मार्च को बांदा जेल में उसको जो भोजन उपलब्ध कराया गया उसमें जहर था। क्योंकि खाना खाने के बाद से ही वह गंभीर रूप से बीमार हो गया। उसके हाथ पैरों में और शरीर के सभी नसों में दर्द हो रहा है। हाथ पांव ठंडे हो रहे हैं। घबराहट हो रही है। ऐसा लगता है कि कभी भी उसकी मृत्यु हो सकती है।
मुख्तार ने कोर्ट को लिखित अपने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि 40 दिन पहले भी उसके खाने में धीमा जहर दिया गया था। इसका सबूत ये है कि जेल में जो स्टाफ उसका खाना बनाने के बाद चखता है उसकी भी खाना खाने के बाद हालत बिगड़ गयी थी। बाकायदा उसका इलाज कराया गया था।  फिलहाल गैंगस्टर के मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने अगली पेशी के लिए 29 मार्च की तारीख मुकर्रर की है। कोर्ट अगली तारीख पर जो भी फैसला दे लेकिन मुख्तार के इस पत्र से यह तो साबित हो ही रहा है कि जिसके नाम से कभी लोगों में दहशत रहा करती थी आज वही मुख्तार अपनी जान की सुरक्षा को लेकर डरा हुआ है। और कोर्ट से मदद की गुहार लगाने को विवश है।

 

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