Responsive Menu
Add more content here...
December 9, 2024
ब्रेकिंग न्यूज

Sign in

Sign up

  • Home
  • टॉप न्यूज
  • बोकारो से चार ऑक्सीजन टैंकर के साथ 17 घंटे में लखनऊ पहुंची ऑक्सीजन एक्सप्रेस

बोकारो से चार ऑक्सीजन टैंकर के साथ 17 घंटे में लखनऊ पहुंची ऑक्सीजन एक्सप्रेस

By Nikhil Pal on April 26, 2021
0 311 Views

लखनऊ-कोरोना महामारी के बीच देशभर में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है।सरकार ने ऑक्सीजन की समय रहते आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई और ट्रेन पर लोडकर ऑक्सीजन टैंकर दूसरी जगहों पर भेजे गए और वहां से ऑक्सीजन मंगाए जाने की शुरुआत हुई है।बोकारो से रविवार दोपहर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर चली दूसरी ऑक्सिजन एक्सप्रेस लखनऊ के चारबाग पहुंच गई है। इस बार 15-15 हजार लीटर की क्षमता वाले चार टैंकर आए हैं। इनके अलावा वाराणसी से भेजे गए टैंकर वहीं अनलोड कर दिए गए।रेलवे ने बोकोरो से आने वाली ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए 735 किमी का ग्रीन कॉरिडोर बनाया था।

मरीजों को मिलेगा ऑक्सीजन

लखनऊ की यह दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस रविवार दोपहर 1:40 बजे रवाना हुई थी। गया के रास्ते यह वाराणसी होते हुए लखनऊ की ओर बढ़ चली। इस बार वाराणसी में ऑक्सीजन टैंकर को नही हटाया गया। इसलिए केवल लोको पायलट और गार्ड को बदलने के साथ ऑक्सीजन एक्सप्रेस को लखनऊ की ओर रवाना कर दिया गया। डीआरएम संजय त्रिपाठी जहाँ पल पल ऑक्सीजन एक्सप्रेस की जानकारी लेते रहे। वही एडीआरएम आपरेशन अश्विनी श्रीवास्तव ने कन्ट्रोल रूम की कमान संभाली। सुबह 6:40 बजे ऑक्सीजन एक्सप्रेस लखनऊ पहुंच चुकी थी।ऑक्सीजन एक्सप्रेस को वाराणसी से लोको पायलट संजय राम लेकर लखनऊ पहुंचे।इसके पहले बोकारो स्थित स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के प्लांट से तीन लिक्विड मेडिकल ऑक्सिजन टैंकर शनिवार को लखनऊ आए थे।चार में से पहला टैंकर सुबह 7:45 बजे उतारकर बरेली के लिए रवाना किया गया। दूसरा टैंकर झांसी, तीसरा लखनऊ के सरोजनीनगर प्लांट और चौथा टैंकर बाराबंकी भेजा गया। चारबाग रेलवे स्टेशन पर रैक पहुंचने के बाद सभी टैंकरों में जीपीएस लगाकर उनको रवाना किया गया गया।हर टैंकर की निगरानी लोक भवन से की गई। डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि तीसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस भी मंगलवार सुबह तक लखनऊ आ जाएगी। पंजाब से कई और रैक मंगवाए गए हैं। हालांकि टैंकरों की ऊंचाई ज्यादा होने से रेलवे को ऑक्सीजन एक्सप्रेस की गति 60 किमी तक सीमित करनी पड़ रही है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *