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June 16, 2025
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देवरिया हत्याकांड : बुलडोजरी कार्रवाई !

By Shakti Prakash Shrivastva on October 6, 2023
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शक्ति प्रकाश श्रीवास्तव

                           माफियाओं के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम आज देश ही नहीं दुनिया में शुमार है। खासकर सोशल मीडिया का योगी से जुड़ा ट्रेक रिकार्ड खंगालने पर पता चलता है कि माफियाओं के खिलाफ उनके सरकार द्वारा की गई कार्रवाइयों में सबसे ज्यादा चर्चा उनके बुलडोजर की हो रही है। माफिया डान अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी सरीखे न जाने कितने छोटे-बड़े माफियाओं की संपत्तियाँ इस बुलडोजर के नीचे अब तक जमींदोज किए जा चुके हैं। देवरिया में जिस तरह दो अक्टूबर की सुबह छः लोगों की नृशंस हत्या हुई तो उस पर बुलडोजर की कार्रवाई होगी इसको लेकर प्रशासन भले कोई खुलासा न करे लेकिन लोग मान कर चल रहे थे की हत्यारोपियों के घर पर  बुलडोजर चलेगा ही चलेगा। अगले ही दिन हत्यारोपियों के घर-खलिहान की राजस्व की टीम ने नपाई-जोखाई भी कर ली। यहाँ तक की बुलडोजर भी गाँव के मुहाने आकर खड़ा हो गया। लेकिन हत्याकांड के तीन दिन के बाद भी बुलडोजर हरकत में भले नहीं आया लेकिन इस बार हरकत में आया प्रशासन की प्रशासनिक कार्रवाई। इसके तहत बुलडोजर की जगह बुलडोजरी कार्रवाई की गई। मुख्यमंत्री योगी के सख्ती के चलते शासन स्तर से गुरुवार को इस हत्याकांड में आधा दर्जन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बुलडोजरी कार्रवाई के तहत एक एसडीएम, दो सीओ, दो तहसीलदार, तीन लेखपाल, एक हेड कान्सटेबुल, चार कान्सटेबुल, दो हल्का प्रभारी और एक थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।

घटना के दूसरे दिन ही गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में जिंदगी मौत से जूझ रहे घटना के एकमात्र चश्मदीद स्व. सत्यप्रकाश दुबे के बेटे अनमोल को देखने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जमीनी विवाद के चलते हुए इतने बड़े हत्याकांड के पीछे राजस्व और पुलिसकर्मियों की लापरवाही पर भी चिंता जताते हुए कार्रवाई किए जाने को कहा था। इसके महज एक दिन बाद ही उनके निर्देश का असर दिख भी गया। जिन अधिकारियों- कर्मचारियों पर कार्रवाइयाँ हुई है उनमें एसडीएम योगेश कुमार गौड़, सीओ रुद्रपुर जिलाजीत, पूर्व एसडीएम राम विलास एवं संजीव कुमार उपाध्याय के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई, रिटायर्ड तहसीलदार वंशराज राम एवं राजस्व निरीक्षक रामानंद पाल के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई, निलंबित तहसीलदार अभयराज को अतिरिक्त आरोपपत्र, तत्कालीन तहसीलदार रामाश्रय और रुद्रपुर तहसीलदार केशव कुमार, राजस्व निरीक्षक विशाल नाथ यादव, लेखपाल राजनन्दिनी यादव, लेखपाल अखिलेश को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई, हेड कान्सटेबुल राजेश प्रताप सिंह, कॅन्सटेबुल अवनीश चौहान, हल्का प्रभारी जी प्रकाश दुबे, व प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह, कॅन्सटेबुल कैलाश पटेल, रामप्रताप कनौजिया, सुभाष यादव एवं सुनील कुमार को निलंबित करने एवं तत्कालीन क्षेत्राधिकारी दिनेश कुमार सिंह के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

गुरुवार को शासन की तरफ से देवरिया हत्याकांड की रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुत किया गया। रिपोर्ट में कर्मचारियों  और अधिकारियों की लापरवाही सामने आई। जांच में यह स्पष्ट हो गया कि इस मामले में सत्यप्रकाश दुबे ने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा के संबंध में IGRS के जरिए कई शिकायतें की थीं। पुलिस और राजस्व विभाग में भी शिकायत भेजी थी। लेकिन दोनों ही विभाग के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया लिहाजा इसका निस्तारण नहीं हो पाया और इतनी बड़ी घटना हो गई। जांच के दौरान यदि कोई और दोषी मिलता है तो उसके विरुद्ध भी कार्रवाई सुनिश्चित कई जाएगी

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