Responsive Menu
Add more content here...
December 9, 2024
ब्रेकिंग न्यूज

Sign in

Sign up

  • Home
  • महाराष्ट्र
  • एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की बिगड़ी तबीयत, गॉल ब्लैडर में दिक्कत के बाद अस्पताल में भर्ती

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की बिगड़ी तबीयत, गॉल ब्लैडर में दिक्कत के बाद अस्पताल में भर्ती

By Nikhil Pal on March 29, 2021
0 369 Views

मुंबई(एजेंसी)- एनसीपी नेता शरद पवार की तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करवाया गया है। कल चेकअप के लिए ब्रीच कैंडी अस्पताल उन्हें ले जाया गया था। शरद पवार को लेकर बताया जा रहा है कि उन्हें गॉल ब्लैडर में दिक्कत के कारण पेट में दर्द की शिकायत थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक के अनुसार पवार पेट में दर्द के कारण असहज महसूस कर रहे थे।डॉक्टरों ने सलाह दी है कि शरद पवार को 31 मार्च तक अस्पताल में ही रखा जाए। नवाब मलिक ने बताया कि एंडोस्कोपी और सर्जरी के बाद ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी। वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में शरद पवार को अभी रखा गया है।

31 मार्च तक अस्पताल में रहेंगे भर्ती

नवाब मलिक ने बताया कि शरद पवार को खून पतला करने की दवा दी जा रही थी लेकिन इस दिक्कत के कारण उनके उस दवा को बंद कर दी गयी है।एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) की तबीयत बिगड़ने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने उन्हें फोन किया और उनका हाल-चाल पूछा। इस बात की जानकारी शरद पवार ने ट्वीट कर दी और लिखा, ‘मेरी स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए डॉक्टर हर्षवर्धन का फोना आया।उन्होंने मेरे स्वास्थ्य और हाल-चाल के बारे में पूछा।डॉ. हर्षवर्धन के अलावा उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे और लता मंगेशकर ने भी शरद पवार के स्वास्थ्य की जानकारी ली। शरद पवार ने ट्वीट कर कहा, ‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मेरे स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।बता दें कि शरद पवार की जिंदगी में एक ऐसा भी समय आया था जब डॉक्टरों ने उन्हें कह दिया था कि अब उनकी जिंदगी मात्र छह महीने ही बची हुई है। लेकिन पवार की जिद्द के आगे कैंसर को भी हार माननी पड़ी थी। पवार ने बताया था कि 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें कैंसर का पता चला था। इलाज के लिए वो न्यूयार्क गए थे जहां उन्होंने 36 बार रेडिएशन का ट्रीटमेंट लिया था।बताते चलें कि शरद पवार वर्तमान में सक्रिय राजनेताओं में काफी वरिष्ठ माने जाते हैं। एक दौर में उन्हें कांग्रेस पार्टी में प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में देखा जाता था। बाद में सोनिया गांधी के साथ मतभेद के कारण उन्होंने अपनी अलग पार्टी का गठन किया था।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *