नोएडा-दनकौर के दादूपुर गांव के प्रधान और एसपी नेता हरेंद्र नागर मर्डर केस में सुंदर भाटी समेत 12 को सजा सुनाई गई। सुंदर भाटी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। 8 फरवरी 2015 को हरेंद्र नागर की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में एक आरोपी मनोज को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया है।मालूम हो कि साल 2014 में स्क्रैप के ठेके और सरिया चोरी के विवाद में हरेंद्र की हत्या हुई थी। सुंदर भाटी बीते 30 सालों से अपराध की दुनिया मे सक्रिय है। सुंदर भाटी को इससे पहले भी कई मामलों में सजा हो चुकी है। इन दिनों वो जेल में बंद है। सुंदर के भाई सिंह राज को भी इसी मामले में आजीवन कारावास की सजा हुई है।
क्या था मामला ?
हरेंद्र प्रधान जिनका पूरा नाम हरेंद्र नागर था उनकी फरवरी 2015 में हत्या हो गई थी। उस समय की जानकारी के अनुसार हरेंद्र नागर 8 फरवरी 2015 को ग्रेटर नोएडा के नियाना में अपने एक परिचित प्रकाश भाटी की बेटी की शादी में शामिल होने गए थे। हरेंद्र नागर के सरकारी गनर भूदेव शर्मा और एक निजी गनर भी था। जब हरेंद्र प्रधान अपनी गाड़ी में बैठने जा रहे थे, तभी बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी। इस फायरिंग में हरेंद्र प्रधान की मौत हो गई थी, जबकि भूदेव शर्मा भी गोली लगने से शहीद हो गए थे।इस मामले पर नोएडा पुलिस ने जब अपनी जांच का दायरा बढ़ाया तो पुलिस को विकास पंडित नाम के आरोपी से महत्वपूर्ण जानकारी मिली। आरोपी से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि दादरी के बील गांव निवासी कालू के साथ उसकी गहरी दोस्ती है और हरेंद्र प्रधान पर क्योंकि कालू के जीजा को मारने का आरोप था ऐसे में उसने कालू से सुंदर भाटी को मिलवाया और दोनों ने हरेंद्र प्रधान को मारने की साजिश रची।माना जाता है कि सुंदर भाटी जेल में रहते हुए भी अपना गिरोह चलाता है और जेल से ही उसने हरेंद्र प्रधान को मारने की साजिश रची थी।