Responsive Menu
Add more content here...
May 1, 2024
ब्रेकिंग न्यूज

Sign in

Sign up

सपा के गढ़ में ही सपा दफ्तर बंद !

By Shakti Prakash Shrivastva on November 11, 2023
0 88 Views

शक्ति प्रकाश श्रीवास्तव

                              जिलों में सियासी पार्टी के कार्यालयों से ही पार्टी की गतिविधियां संचालित होती है। जितने अधिक जिलों में पार्टी के दफ्तर होते हैं माना जाता है कि उतने जिलों में पार्टी का नेटवर्क है। जैसे ही बीजेपी प्रदेश और केंद्र दोनों ही जगह सत्ता में आई तब से उसने अपना नेटवर्क बढ़ाने के लिए जहां व्यापक स्तर पर सदस्यता अभियान चलाया वहीं पार्टी कार्यालय के लिए अपना भवन निर्माण प्राथमिकता में रखा। उत्तर प्रदेश के लगभग हर जिला मुख्यालयों पर अपना पार्टी दफ्तर बनाया। लेकिन इससे इतर समाजवादी पार्टी जो प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल है उसका रामपुर का दफ्तर शुक्रवार को बंद हो गया है। एक समय रामपुर ऐसा जिला हुआ करता था जिसकी अहमियत सपा सरकारों में इटावा के बाद दूसरे नंबर की हुआ करती थी। लेकिन समय चक्र का प्रताप कुछ अलग ही होता है जिसके आगे बड़े-बड़े बौने साबित हो जाते हैं। समय का ही तकाजा है जो सपा के शासन में दिन-रात गुलजार रहने वाले भवन में आज ताला लग गया।

बीजेपी की सरकार बनने के बाद जब से सपा के संस्थापक सदस्य और राष्ट्रीय महासचिव मो॰ आजम खान की मुश्किलें शुरू हुई तभी से रामपुर पर भी ग्रहण लगना शुरू हो गया। चूंकि रामपुर का सियासी रसूख मो॰ आजम खान के चलते ही था। जब आजम ही परेशान रहने लगे तो रामपुर पर खासकर इलाकाई सपा के अस्तित्व पर संकट तो आना ही था। आज आलम ये है कि कभी उत्तर प्रदेश के कद्दावर कैबिनेट मंत्रियों में शुमार रहने वाले मो॰ आजम आज बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के मामले में सीतापुर जेल में सात साल की सजा काट रहे हैं। आजम के साथ उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला को भी सात-सात साल की सजा हुई है। अब्दुल्ला हरदोई और तजीन फात्मा रामपुर जेल में बंद हैं।

आजम खान पर योगी सरकार के बढ़ती सख्ती के चलते आजम के रामपुर पब्लिक स्कूल पर तो ताले लटक ही गए हैं साथ ही उसमे चल रहे सपा के दफ्तर पर भी ताले लग गए है। शुक्रवार को अफसरों ने सपा दफ्तर (दारुल आवाम) को भी सील कर दिया। इस कार्रवाई के बाद अब रामपुर में सपा का दफ्तर बंद हो गया है। जबकि इलाकाई सपाइयों की मुताबिक जौहर ट्रस्ट से सपा कार्यालय का कोई मतलब नहीं है। लेकिन सपाइयों की इस दलील को खारिज करते हुए प्रशासन ने दफ्तर को सील कर दिया। प्रशासन की इस कार्रवाई से सपाइयों में आक्रोश है।

मिली जानकारी की मुताबिक शिक्षा विभाग की इस जमीन को खाली कराने का नोटिस प्रशासन द्वारा जारी किए जाने के बाद दारुल आवाम (सपा दफ्तर) के गेट पर समाजवादी पार्टी कार्यालय रामपुर का बोर्ड लगा दिया गया था। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने बोर्ड को हटा दिया था। मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार ने 2006 में शिक्षा विभाग की 41181 वर्ग फीट जमीन मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को 30 साल के लीज पर दी थी। लेकिन आजम खां ने यहां पर सपा कार्यालय बना दिया और बाद में रामपुर पब्लिक स्कूल खोल दिया था। लीज की शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। शासन ने पूरे मामले में डीएम से रिपोर्ट मांगी थी। डीएम की रिपोर्ट के आधार पर 31 अक्तूबर को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में लीज को निरस्त कर दिया गया। इसके बाद जिला प्रशासन जौहर ट्रस्ट को सात दिन के अंदर कब्जा छोड़ने का नोटिस दिया था, जिसकी मोहलत बृहस्पतिवार को समाप्त हो गई थी। शुक्रवार की सुबह ही अधिकारियों की टीम रामपुर पब्लिक स्कूल पहुंच गई और उसे सील कर दिया। शाम को सपा कार्यालय पर भी प्रशासन ने अपना ताला लगा दिया। इस तरह कभी रामपुर में सत्ता का केंद्र रहने वाले इस दफ्तर पर प्रशासन का ताला लग गया है और उसमें संचालित सपा दफ्तर बंद हो गया है।

 

 

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *