Responsive Menu
Add more content here...
May 1, 2024
ब्रेकिंग न्यूज

Sign in

Sign up

  • Home
  • बिहार / झारखंड
  • कोरोना तीसरी लहर : पहले की ही तरह बड़े शहरों से होकर छोटे की तरफ रुख करेगा कोरोना!

कोरोना तीसरी लहर : पहले की ही तरह बड़े शहरों से होकर छोटे की तरफ रुख करेगा कोरोना!

By Shakti Prakash Shrivastva on July 20, 2021
0 255 Views

पटना, (संवाददाता)। दूसरे लहर में कहर बरपा चुकी कोरोना का असर जैसे-जैसे कम हो रहा है लोगों में इसके तीसरी लहर को लेकर चिंता सताने लगी है। हर किसी के जुबान पर कोरोना के नए वैरिएंट वाली तीसरी लहर को लेकर एक ही सवाल है। तीसरी लहर कब तक? लेकिन विशेषज्ञों की अगर बात करें तो उनका मानना है कि पहली और दूसरी लहर के बीच जो ट्रेंड देखने को मिला वही ट्रेंड बिना किसी बदलाव के तीसरी लहर में देखने को मिलेगा।

कोरोना वायरस के संक्रमण पर गंभीर अध्ययन करने वाले पटना AIIMS के ट्रॉमा इमरजेंसी के HOD डॉ अनिल कुमार की माने तो वायरस का ट्रेंड पहली और दूसरी लहर में एक दम एक सा था। इसमें कोई बदलाव नहीं देखा गया। स्प्रेड का ट्रेंड एक जैसा होने से यह पता चल रहा है कि वेब के स्प्रेड में कोई बदलाव नहीं आएगी। जिस तरह से पहली लहर में वायरस का स्प्रेड हुआ ठीक उसी ट्रेंड पर दूसरी लहर में भी वायरस फैला है। इनकी मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर किधर से आएगी  इस पर चर्चा करते हुए उन्होने विश्व के नक्शे पर कोरोना का ग्राफ समझाते हुए बताया कि पूरी दुनिया का नक्शा देखें तो यह समझ में आता है कि पहली वेब जिसे हम यूके और साउथ अफ्रीका वैरिएंट बोलते हैं, यूके के बाद ही इंडिया में आया है। अमेरिकन वैरिएंट भी ऐसे ही भारत में आया। स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ कि इसका संक्रमण डेवलप्ड कंट्री से डेवलपिंग कंट्री में हुआ। भारत में भी इसका ट्रेंड वही रहा। सबसे ज्यादा केस और शुरुआती दौर में दिल्ली और मुंबई में मामले आए। अब दिल्ली ओर मुम्बई में संक्रमण हो गए तब जाकर बिहार जैसे राज्य में संक्रमण फैला। बिहार में भी पहले डेवलप्ड शहर के बाद ग्रामीण इलाकों में कोरोना का फैलाव हुआ। इस ट्रेंड के आधार पर ऐसा माना जा सकता है कि तीसरी लहर पहले इग्लैंड, अमेरिका, साउथ अफ्रीका में आने के बाद दिल्ली मुम्बई जैसे शहर में इसकी दस्तक देगी। इसके बाद यह पटना और छोटे छोटे शहरों में फैलेगा। डॉ. अनिल का कहना है कि हमारे लिए खुशी की बात यह है कि हमें अच्छे से तैयारी करने का मौका मिल जाता है। वायरस का पैटर्न और उसका नेचर समझने का भी पूरा मौका मिल जाता है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *