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May 1, 2024
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प्रवचनकर्ता की भूमिका में डिम्पल!

By Shakti Prakash Shrivastva on March 20, 2024
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शक्ति प्रकाश श्रीवास्तव

          उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से निवर्तमान सांसद और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव अब एक नई भूमिका में नजर आ रही है। आम जनमानस में डिम्पल की छवि एक संस्कारित बहू और मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में एक जनप्रतिनिधि के रूप में है। लेकिन अब डिम्पल अपनी इन छवियों से इतर एक अलग भूमिका में दिखने लगी हैं। देश में आमचुनाव की घोषणा के बाद से देखा जा रहा है कि सभी पार्टियों के घोषित उम्मीदवार अपने-अपने चुनाव क्षेत्र में घूम-घूम कर अपना प्रचार कर रहे हैं। इसी क्रम में डिम्पल यादव भी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र में जनसम्पर्क करने पहुंची। इस दौरान जहां उन्होंने क्षेत्रीय लोगों से अपनी रिकार्ड तोड़ जीत की पुनरावृत्ति की गुहार लगाई वही वह राजनीति में धर्म पर छिड़ी बहस पर बोलने से अपने को नहीं रोक सकीं। सियासी दल खासकर बीजेपी पर किए गए उनकी टिप्पणी और धर्म पर दिए गए उनके भाषणों पर गौर करे तो लगेगा कि डिम्पल अब सियासत का प्रतिनिधित्व छोड़ धर्म के प्रवचनकर्ता की भूमिका में आ गई हैं। उन्होंने अयोध्या में आनन-फानन में किए गए राममंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद उपजे सियासी माहौल पर बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीजेपी धार्मिक होने की बात करती है। लेकिन जनता को यह भी जान लेना चाहिए कि सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी धार्मिक हैं। उन्होंने कहा कि धर्म का असली मतलब हृदय में करुणा होता है। डिंपल यादव अपने संसदीय क्षेत्र के सुल्तानगंज में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते समय ऐसा कहा।

उन्होंने कहा कि अगर बेहतर शिक्षा युवाओं को मिले तो वे खुद ही धर्म का मतलब भी समझ जाएंगे। इसलिए बेहतर स्वास्थ्य और बेहतर शिक्षा के साथ ही नारी सुरक्षा और रोजगार पर चुनाव में बात करनी चाहिए। मुलायम परिवार की ही बहू अपर्णा यादव के मैनपुरी से चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर भी डिंपल ने अपनी सधी हुई प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैनपुरी संसदीय क्षेत्र और यहाँ की जनता नेताजी और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के लिए समर्पित रही है। यही वजह है कि उनके साथ भी इस क्षेत्र के लोगों का वही जुड़ाव है। इसलिए यह तय है कि सपा ही मैनपुरी सीट जीतेगी। मैनपुरी के अधिकारियों की चुनाव आयोग में शिकायत किए जाने पर उन्होंने कहा कि ये पार्टी नेतृत्व के द्वारा की गई है। इस पर आयोग को संज्ञान लेना चाहिए।

पूर्व सांसद और मुलायम सिंह यादव कुनबे के सदस्य तेजप्रताप यादव के चुनाव प्रचार में नजर न आने जैसे सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका स्वास्थ्य इन दिनों ठीक नहीं है। लेकिन उनकी अनुपस्थिति के बावजूद मैनपुरी में पूरी पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ रही है। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर बीजेपी का सफाया करने का भी दावा किया। डिम्पल का चुनाव प्रचार के दौरान यह बदली हुई भूमिका क्षेत्रीय मतदाताओं को कितना लुभा पाती है यह 4 जून को चुनाव परिणाम आने पर स्पष्ट हो जाएगा।

 

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