Responsive Menu
Add more content here...
May 1, 2024
ब्रेकिंग न्यूज

Sign in

Sign up

  • Home
  • पूर्वांचल न्यूज
  • गोरखपुर : बाढ़ के कहर से कराह रहा जिला, सभी नदियां उफान पर, प्रशासन मुस्तैद

गोरखपुर : बाढ़ के कहर से कराह रहा जिला, सभी नदियां उफान पर, प्रशासन मुस्तैद

By Shakti Prakash Shrivastva on October 12, 2022
0 139 Views

शक्ति प्रकाश श्रीवास्तव की आवाज में  पूरी रिपोर्ट  सुनने के लिए क्लिक करें।

पूर्वाञ्चलनामा न्यूज, गोरखपुर।  मानसून के बाद हुई प्रलयंकारी बारिश को दोष दें या नेपाल से छोड़े जा रहे पानी की लेकिन सच्चाई ये है की गोरखपुर जिले में आई बाढ़ के कहर से इन दिनों जिला कराह रहा है। बाढ़ के कहर का आलम ये है कि जिले की लगभग 40 हजार से अधिक की आबादी और लगभग 6 हजार हेक्टेयर से अधिक की फसल प्रभावित हो गयी है।  जिले में बाढ़ का कहर बढ़ रहा है। मंगलवार तक लगभग 100 से अधिक गाँव में पानी घुस गया है। गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया है। हालांकि जिला प्रशासन एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), पीएसी सहित समूचे संबन्धित विभाग की टीमों के साथ मुस्तैदी से राहत पहुँचाने में लगा हुआ है।

जिले की सभी प्रमुख नदियां उफान पर
जिले की सभी प्रमुख नदियां मसलन राप्ती, सरयू, रोहिन, कुआनो और गोर्रा आदि उफान पर हैं और खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिला आपदा प्राधिकरण की मुताबिक नदियों के जलस्तर बढ़ने का सिलसिला अभी भी जारी है। इससे नदियों के  तटबंधों के कटान का खतरा बढ़ गया है। जिले की सदर तहसील क्षेत्र के 13 गांव और लगभग 15 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित हैं। जबकि सबसे ज्यादा बाढ़ का असर कैंपियगंज तहसील क्षेत्र में है। इस क्षेत्र के 60 गांवों में बाढ़ का पानी घुसा है। इसके अलावा गोला के 28, खजनी के नौ, सहजनवां के चार, बांसगांव के चार और चौरीचौरा के दो गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है।
एहतियात के तौर पर निगम के रेगुलेटर बंद
शहर के पश्चिमी हिस्से में सटकर बहने वाली राप्ती नदी के उफान को देखते हुए नगर निगम के नौ रेगुलेटर बंद कर दिए हैं। क्योंकि गेट पर पानी का दबाव पड़ते ही शहर में पानी आ जाएगा। हालांकि, टीपी नगर और हांसूपुर रेगुलेटर को चलाया जा रहा है। इन रेगुलेटरों के माध्यम से शहर का गंदा पानी नदी में पहुंचाया जाता है। सिंचाई विभाग ने रेगुलेटर खोलने को रिसकी बताया है।

प्रशासन मुस्तैद, कंट्रोल रूम 24 घंटे खुला 
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने मंगलवार को राप्ती नदी के किनारे बसे गांवों सिसई व तुर्कवलिया-जसवल घाट का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने बंधों की मजबूती बनाए रखने का निर्देश दिया। डीएम की मुताबिक सभी तहसीलों के कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहे हैं।  संबन्धित अधिकारियों को भी सतर्क रहने का निर्देश दिया। बहरामपुर गांव बाढ़ के पानी से घिर गया है। ज्यादातर लोग घरों में ताला बंद कर सुरक्षित ठिकानों पर चले गए हैं। पशुओं को बंधों पर पहुंचा दिया गया है। मंझरिया व खिरवनियां गांव भी पानी घुस गया है। हर बार रोहिन नदी के उफनाने से गोरखपुर-सोनौली राजमार्ग पर पहुचने वाला बाढ़ का पानी अभी सड़क के ऊपर तो नही पहुचा है लेकिन काफी करीब पहुंच गया है। जंगल कौड़िया का रामजानकी मंदिर पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर गया है। अब नाव के सहारे ही मंदिर आया-जाया जा सकता है।

खतरनाक हो सकता है बैराजों से छोड़े जाने वाला पानी
श्रावस्ती बैराज से राप्ती नदी में छोड़े गए 1.60 लाख क्यूसेक पानी के बुधवार तक गोरखपुर पहुँचने की संभावना है। इससे नदी के जलस्तर में और इजाफा होने की उम्मीद है। सिंचाई विभाग के अफसर भी अलर्ट हैं। इसी तरह गिरिजापुरी बैराज से सरयू नदी में छोड़ा गया 7 लाख क्यूसेक पानी बृहस्पतिवार तक गोरखपुर या फिर देवरिया तक पहुंचेगा। इससे जलस्तर में और बढ़ोतरी का अनुमान है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए गोरखपुर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित ई-डिस्ट्रिक्ट बाढ़ कंट्रोल रूम को क्रियाशील कर दिया गया है। अपर नगर मजिस्ट्रेट को नोडल अधिकारी बनाया गया है। डीएम ने बताया कि प्रात: 6 बजे से दोपहर 2 बजे और दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक ई-डिस्ट्रिक्ट में स्थापित बाढ़ कंट्रोल रूम में फोन किया जा सकता है।
बाढ़ कंट्रोल रूम के हेल्प लाइन नंबर

  • टेलीफोन नंबर –0551-2201796, 2204196

  • मोबाइल नंबर – 9454416252 व 9555786115

  • आपदा कार्यालय दूरभाष नंबर- 0551-2201776

नदियों की स्थिति (मंगलवार की शाम तक)

नदी स्थान खतरे का निशान शाम चार बजे तक का जलस्तर (मीटर में)
सरयू देवरिया के बरहज  66.50 67.950
राप्ती बर्डघाट 74.98 75.67
कुआनो मुखलिसपुर 78.65 77.01
रोहिन त्रिमुहानीघाट 82.44 83.42
गोर्रा पिंडरा 70.50 70.650

सिंचाई विभाग की मुताबिक राप्ती, घाघरा सहित रोहिन, कुआनो और गोर्रा नदियां उफान पर हैं और इनके जलस्तर में वृद्धि जारी है।

सूचना सोर्स — अमर उजाला

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *