
भारत को जल्द मिल सकती है तीसरी कोरोना वैक्सीन, रूसी टीके को लेकर SEC की बैठक आज
नई दिल्ली(एजेंसी)– भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है।इस बीच भारत को तीसरी वैक्सीन जल्द मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। रूस की वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) के इमरजेंसी इस्तेमाल पर विचार-विमर्श को लेकर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की आज बैठक होने वाली है।भारत में स्पूतनिक वी वैक्सीन का डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज बना रही है।वह पहले ही तीचरे चरण के ट्रायल का डेटा जमा कर चुकी है।फार्मा क्षेत्र की कंपनी डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज को उम्मीद है कि रूसी कोरोना वायरस रोधी टीके स्पूतनिक-5 को अगले कुछ सप्ताह में भारतीय औषधि नियामकों से मंजूरी मिल जाएगी।
सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की बैठक आज
बता दें कि देश में कोरोना टीकाकरण जारी है। अब तक कोरोना टीके की 6.30 करोड़ डोज दी जा चुकी है। टीकाकरण के लिए दो टीकों इस्तेमाल हो रहा है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित वैक्सीन को भारत में पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड के नाम से तैयार किया है। वहीं दूसरा टीका पूरी तरह से स्वदेशी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन है। देश में 16 जनवरी को टीकाकरण का शुरू हुआ था। पहले स्वास्थ्यकर्मियोंं और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया। इसके बाद 60 साल से ऊपर और गंभीर बीमारी वाले 45 साल से ऊपर के लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ। अब एक अप्रैल से 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगने लगेगा।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को जानकारी दी कि देश में सात और कोरोना वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली हर्ट एवं लंग इंस्टीट्यूट में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज ली। इसके बाद ही उन्होंने यह बता कही। उन्होंने आगे बताया कि सात में से कुछ टीके ट्रायल एडवांस स्टेज में हैं और दो दर्जन से अधिक वैक्सीन अभी प्री-क्लीनिकल ट्रायल स्टेज में हैं।भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के 53,480 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,21,49,335 हो गई। वहीं, संक्रमण से 354 और लोगों की मौत हो गई जो इस साल एक दिन में सर्वाधिक मृतक संख्या है। इसी के साथ देश में मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 1,62,468 हो गई। देश में 17 दिसंबर को इस महामारी से 355 लोगों की मौत हुई थी। देश में अब भी 5,52,566 मरीज उपचाराधीन हैं जो संक्रमण के कुल मामलों का 4.55 प्रतिशत है। स्वस्थ होने वाले लोगों की दर गिरकर 94.11 प्रतिशत रह गई है। 1,14,34,301 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है।