
देशभर में महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिरों में उमड़ा भक्तों का सैलाब
लखनऊ-देशभर में आज महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। भोर से ही भक्त भोले नाथ को प्रसन्न करने के लिए मंदिरों के बाहर लाइन लगा कर खड़े हैं और उन्हें दूध, बेलपत्र, भांग और धतूरा चढ़ाकर अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना कर रहे हैं।महाशिवरात्रि पर धर्मनगरी काशी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। गंगा घाटों से लेकर बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन करने तक भक्तों की कतार लगी पड़ी है। यह सैलाब बुधवार की शाम से नजर आ रहा है। महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धालु बाबा दरबार में हाजिरी लगाने के लिए लाइन में लगे हुए हैं। वहीं, मणिकर्णिका से लेकर दशाश्वमेध घाट पर लोग गंगा में डुबकी लगा रहे हैं।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक भक्तों का तांता
कश्मीर से कन्याकुमारी तक भक्तों का उत्साह देखने को मिल रहा है। मान्यता है कि इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, बेर और भांग चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।कोरोना वायरस महामारी के बीच, राज्य सरकारों की तरफ से श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई प्रतिबंध और दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। वहीं, काठमांडू का प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर, जो आमतौर पर महाशिवरात्रि के मौके पर हजारों तीर्थयात्रियों से भरा रहता है, इस साल स्वास्थ्य संकट के कारण लोगों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है।वही महाशिवरात्रि के मौके पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव का अभिषेक किया गया।उत्तराखंड के हरिद्वार में हजारों शिव भक्तों ने महाशिवरात्रि के अवसर पावन डुबकी लगाई। हरिद्वार में आयोजित कुंभ-2021 मेले में आज महाशिवरात्रि को पहला शाही स्नान है। उत्तर प्रदेश के कानपुर के आनंदेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं ने पूजा की। एक श्रद्धालु ने बताया कि यहां प्राचीन समय से शिवरात्रि का मेला लगता है। लोग यहां दर्शन के लिए रात से ही लाइन में लग जाते हैं।असम के गुवाहाटी के प्राचीन शुक्रेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा की।बिहार के सिवान के प्रसिद्ध मेंहदार शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। नेपाल के राजा महेंद्र वीर विक्रम सहदेव ने मेंहदार में 17वीं सदी में इस मंदिर को बनवा कर इसका नाम महेंद्रनाथ रखा था। सिवान के ही गुठनी स्थित सोहगरा मंदिर में भी सुबह पांच बजे से भक्त उमड़ पड़े हैं।